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लोक आस्था के महापर्व पर छठ व्रतियों ने अस्ताचल सूर्य को अर्घ्य दिया।

 

स्वतंत्रविचार 24 (रिपोर्ट :-- संदीप कुमार गुप्ता)

लोक आस्था के महापर्व पर छठ व्रतियों ने अस्ताचल सूर्य को अर्घ्य दिया।

दुबहर (बलिया)- लोक आस्था के महापर्व डाला छठ के तीसरे दिन रविवार को अस्ताचल सूर्यदेव को पूरे उत्साह व श्रद्धा के साथ व्रती महिलाओं द्वारा पहला अर्घ्य दिया गया। व्रती महिलाएं दउरा व सुपली में फल के साथ पूजन सामग्री सजाकर घाट पर पहुंची और भगवान भास्कर की उपासना किया चार दिनों तक चलने वाले इस अनुष्ठान के अंतिम दिन सोमवार की सुबह उगते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। इसके साथ ही महापर्व संपन्न हो जाएगा छठ महापर्व पर सैकड़ों व्रत धारी महिला पुरुष व बच्चे दोपहर बाद अपने अपने घरों से दौरा सुपली में पूजन सामग्री सजाकर छठ घाट की ओर रवाना होने लगे थे उनके साथ उनके परिवार के लोग छठ मैया की मंगल गीत गाते हुए छठ घाट पर पहुंच रहे थे। उनका उत्साह एवं श्रद्धा देखते ही बन रहा था यह सिलसिला दोपहर से देर शाम तक चलता रहा। देखते ही देखते सरोवर एवं पोखरा के किनारे बने छठ घाट व्रतियों एवं श्रद्धालुओं से ठसाठस भर गया। व्रतियों ने छठ मैया की आराधना करना प्रारंभ कर दिया। यह आराधना सूर्यास्त तक चलता रहा। इसके बाद अस्त होते हुए सूर्य देव को देखकर व्रतियों ने पहला अर्घ्य दिया। छठ घाट पर इलेक्ट्रिक लाइट की सजावट की गई थी। सभी घाट रोशनी से नहाए हुए थे।