स्वतंत्रविचार 24 (रिपोर्ट :-- पियुष सिंह)
व्रती महिलाओं ने अस्ताचलगामी सूर्य को दिया अर्घ्य।
रतसर (बलिया) सूर्योपासना के महापर्व छठ पर रविवार को महिलाओं ने श्रद्धा और तप का निराजल व्रत रखा। दोपहर बाद गाजे-बाजे के साथ तालाबों पर पहुंची,तो वहां जन सैलाब उमड़ पड़ा। सूर्य उपासना के लिए घंटो पानी में खड़ी रहीं और अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया। अपनी मनोकामनाओं को पूरी करने के लिए घाटों पर दीप दान किया। इस दौरान घाटों पर दिव्य छटा दिखी। छठी माता के पारंपरिक गीतों से पूरा माहौल गूंजता रहा। इस दौरान सरोवरों के तट जगमगा उठे। दोपहर बाद से छठ मैय्या के जय जयकारे से पूरा क्षेत्र गूंज रहा था। गाजे-बाजे के साथ छठ मैय्या की गीत गाती व्रती महिलाओं के आगे सिर पर दउड़ा लिए पुरुष समाज चल रहा था। कस्बा में मुख्य रूप से बीका भगत के पोखरा, बैजू बाबा के पोखरा,कन्या जी के पोखरा,चौबे जी के पोखरा आदि पर चार बजे के बाद से ही श्रद्धालुओं का रेला लग गया था। घाटों पर तिल रखने भर के लिए जगह नहीं बची थी। अपनी- अपनी वेदियों के सामने पूजन सामग्री रख व्रती महिलाएं सरोवर के पानी में पश्चिम मुख किए खड़ी थी,तो साथ के लोग घाट पर उमड़े हुए थे। अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने का समय आया,तो सभी के हाथ अर्घ्य देने के लिए आगे बढ़ते गए। व्रती महिलाओं के साथ परिवार के अन्य सदस्यों ने अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया। वेदियों पर पूजन-अर्चन के बाद दीप जलाए गए।विद्युत झालरों से सजे घाट दुधिया रोशनी से नहा उठे। इस दौरान घाटों पर भीड़ पर नजर रखने के लिए थाना प्रभारी राजकुमार सिंह व चौकी प्रभारी गिरजेश सिंह के द्वारा घाटों का निरीक्षण किया गया एवं सुरक्षा पुख्ता इंतजाम किए गए थे।
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