स्वतंत्रविचार 24 (रिपोर्ट :-- अहमद हुसैन उर्फ जमाल आलम)
बदलते मौसम में स्वास्थ्य का ध्यान रखना जरुरी, रहें सतर्क – डॉ वीरेन्द्र कुमार
बलिया मौसम का रुख देखकर हर कोई हैरान है, वहीं प्रदूषण की मार के बीच ठंडक की दस्तक किसी को भी बीमार कर सकती है। ऐसे में अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना जरूरी है। लगातार मौसम परिवर्तन से सर्दी, खांसी, जुकाम, बुखार जैसी बीमारियां लोगों की परेशान बढ़ा रही हैं। ऐसे बदलते मौसम की चपेट में सबसे पहले बच्चे ही आते हैं। यह कहना है कार्यवाहक मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ० वीरेंद्र कुमार का।
उन्होंने बताया कि बच्चों को सर्दी-खांसी, जुकाम जैसे तरह-तरह के वायरल और दूसरी बीमारियों से बचाने के लिए उनका ख़ास ख्याल रखने की आवश्यकता है। आजकल तापमान में उतार-चढ़ाव शुरू हो गया है| दिन का तापमान बढ़ जाता है तो वहीं रात में पारा कम हो जाता है| ऐसे में थोड़ी सी असावधानी सेहत बिगाड़ सकती है| खासकर जिस व्यक्ति की शारीरिक रोग-प्रतिरोधक क्षमता कमजोर है। खासकर छोटे बच्चों, एनीमिया से ग्रसित महिलाओं में ज़्यादातर यह वायरल देखा जा रहा है। ऐसी लापरवाही काफी महंगी भी साबित हो सकती है| जनपद में सर्दी, जुकाम व बुखार के मरीज प्रतिदिन बढ़ रहे हैं।
इस बदलते मौसम में दमा के रोगियों की समस्या बढ़ जाती है | यह एक एलर्जिक बीमारी है, जिसमें सांस फूलने लगती है और श्वसन मार्ग धीरे-धीरे सिकुड़ने लगता है। इसका प्रमुख कारण वायु प्रदुषण, धूल, सिगरेट का धुआं आदि है। इसलिए इन सभी चीजों से होने वाली एलर्जी से दूर रहें |
गले में खराश, सिर दर्द, सांस लेने में दिक्कत, हल्का बुखार आना, आँखों में जलन, शरीर में दर्द है तो समझ जाइये कि आप बदलते मौसम के शिकार हो रहे हैं और इससे सावधानी रखना शुरू करें और संक्रमण से बचने का उपाय करें | सामान्य तापमान के पानी से नहायें व सुबह-शाम की ठंड से बचने के लिए पूरी आस्तीन का कपड़ा पहनें। छींकते समय अपने मुंह पर रुमाल जरुर रखें। सुबह-शाम के गुनगुने पानी से गरारे करें।
जिला चिकित्सालय में कार्यरत फिजीशियन डॉ० मनोज झा ने बताया कि आजकल सर्दी, जुखाम, बुखार के प्रतिदिन लगभग 25 से 30 मरीज आ जाते है।
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