स्वतंत्रविचार 24 (रिपोर्ट :-- संदीप कुमार गुप्ता)
सनातन धर्म की रक्षा करना हमारा परम कर्तव्य है - जगदगुरु डॉक्टर जयकांताचार्य
दुबहर बलिया (उत्तर प्रदेश) - भारत के महान मनीषी संत त्रिदंडी स्वामी जी महाराज के कृपा पात्र कोसलेश सदन पीठाधीश्वर श्रीमद जगद्गुरु वासुदेवाचार्य विद्या भास्कर स्वामी जी महाराज ने त्रिदंडी देव धाम पर एक सप्ताह तक चले श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ की पूर्णाहुति के अवसर पर क्षेत्र के नगवा निवासी डॉक्टर जय गणेश चौबे को श्रीमद जगद्गुरु रामानुजाचार्य डॉक्टर जयकांताचार्य का पद प्रदान किया।
शनिवार को अपने आवास पर पत्रकार वार्ता करते हुए अश्वघोष विरचित महाकाव्यों की ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक समीक्षा पर टाउन महाविद्यालय बलिया में संस्कृत के विभागाध्यक्ष रहे डॉ. सुदुम्नाचार्य के निर्देशन में शोध करने वाले जगदगुरु डॉक्टर जयकांताचार्य ने कहा कि सनातन धर्म की रक्षा करना हमारा परम कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि संस्कार, संस्कृति व सभ्यता की रक्षा करना जगदगुरु का धर्म है। उन्होंने कहा कि जगदगुरु का दायित्व मिलने पर सनातन धर्म के उत्थान के लिए प्रत्येक क्षण चिंतन व मनन करता रहूंगा। डॉ. जयकांताचार्य ने कहा कि सनातन धर्म की कहीं भी ग्लानि या हानि होती है तो अगर मुझे किसी माध्यम से सूचना मिलेगी तो मै किसी के बुलाने का इंतजार नहीं करुंगा। उस स्थान पर पहुंचकर सनातन धर्म की रक्षा के लिए लोगों के अंदर जो भी भ्रांतियां होंगी उसको दूर करके सनातन धर्म को स्थापित करने में अपने दायित्वों का निर्वहन करुंगा। अंत में उन्होंने अपने गुरु 'विद्या भास्कर" स्वामी जी महाराज के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए कहा कि मुझे जो भी दायित्व मिला है अपने दायित्वों का मै निष्ठा व लगन पूर्वक निर्वहन करता रहूंगा।
इस अवसर पर पूर्व जिला पंचायत सदस्य चंद्र प्रकाश पाठक, तारकेश्वर पाठक, गिरधर पाठक , हरे राम पाठक,रामजी पाठक, जगेश्वर मितवा ,हरिशंकर, अनिल, केदारनाथ, दिनेश ,बबुआ पाठक, घुरा गोंड आदि लोग रहे।
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