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मानदेय न मिलने पर आशा कार्यकर्ताओं में फूटा गुस्सा।

 


स्वतंत्रविचार 24 (रिपोर्ट :-- ओम प्रकाश वर्मा)

मानदेय न मिलने पर आशा कार्यकर्ताओं में फूटा गुस्सा।

नगरा, बलिया (उत्तर प्रदेश)। उच्च न्यायालय के आदेश के अनुपालन मे मुख्य चिकित्साधिकारी के निर्देश के बाद भी पोर्टल पर नाम अंकित न करने व भुगतान मे हीलाहवाली करने से गुस्साये आशा कार्यकर्ताओं ने पीएचसी पर शुक्रवार को जम कर बवाल काटा। इस दौरान पीएचसी के अधिकारी गायब रहे। आशा कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि उच्च न्यायालय के आदेश पर ब्लाक के  23 आशा बहुओं का नाम पोर्टल पर अंकित कर उनके मानदेय का भुगतान करने का निर्देश मुख्य चिकित्साधिकारी ने प्रभारी चिकित्साधिकारी नगरा को दिया था। आरोप है कि पीएचसी पर तैनात बीसीपीएम द्वारा मानदेय का भुगतान नही किया जा रहा है। यहां के अधिकारी सीएमओ के निर्देश को ठेंगा दिखा रहें हैं। मानदेय का भुगतान न होने से उनके समक्ष भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गयी है। मानदेय भुगतान के इस प्रकरण में सीएमओ ने प्रभारी चिकित्साधिकारी को दिये अपने निर्देश में कहा है कि आप द्वारा उच्च न्यायालय के आदेश का अनुपालन नही किया जा रहा है। जो घोर लापरवाही का द्योतक है। जबकि प्रकरण उच्च न्यायालय से आच्छादित होने के उपरांत भी आप द्वारा नाम अंकित नही किया गया है तथा मानदेय का भुगतान नही किया जा रहा है। सीएमओ ने  यह भी निर्देश दिया है कि उक्त के संबंध में स्पष्टीकरण तीन कार्य दिवस के अंदर कार्यालय में प्रस्तुत करते हुए आशा बहुओं का पोर्टल पर नाम अंकित करते हुए भुगतान की कार्यवाई करना सुनिश्चित करें। इस मौके पर आशा कार्यकर्ता संघ के जिलाध्यक्ष सुनील त्रिपाठी, मिन्ता यादव, रेनू भारती, पूनम देवी , सुमन यादव , सुनीता वर्मा , मीरा देवी आदि मौजूद रहे। 
प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. राहुल सिंह का कहना है कि सीएमओ का निर्देश मिला है। मानदेय भुगतान के संबंध में सीएमओ से मिलकर आगे की कार्यवाई की जायेगी।