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हर वर्ष की भांति इस बार भी धूम धाम से मजलिसे अजा बरपा हुई जिसे मौलाना बाकर बलियावी ने खिताब किया।

 

स्वतंत्रविचार 24 (रिपोर्ट :-- अहमद हुसैन उर्फ जमाल आलम)

हर वर्ष की भांति इस बार भी धूम धाम से मजलिसे अजा बरपा हुई जिसे मौलाना बाकर बलियावी ने खिताब किया।

बलिया।
अंजुमन हाशिमिया बिशुनीपुर के तत्वावधान में हर वर्ष की भांति इस बार भी22सितम्बर दिन गुरुवार को रात ९ बजे मोहल्ले की शिया जामा मस्जिद के सामने शोहदाए कर्बाला की याद मे चेहल्लुम की पूर्व संध्या शिया जामा मस्जिद स्थित इमाम बारगाह में मजलिसे अजा बरपा हुई जिसे मौलाना बाकर बलियावी ने खिताब किया।इस के बाद आग का मातम हुआ। जिसमें हुसैनी अजादारो ने अंगारों पर लबैक या हुसैन की सदाओं के साथ कर्बला की सरजमींन जिसमें अंगारों से भी ज्यादा तपीश थी, पर दुनिया से मिट रही इन्सानियत को बचाने के लिए अपने परिजन जिसमें दुधमुंहे बच्चे अली असगर  और इष्टों के साथ 72लोगो की बेमिसाल कुर्बानी पेश कर आलमे इन्सानियत की हिफाजत की। इस गमों में ढुबे हुए मंजर को देखकर लोगों की आंखें भीग गयी।इस अवसर पर आसपास के मोमेनीनो ने शिरकत किया।नौहा खानी अली जैदी ने किया। अंगारों पर मातम के अवसर पर जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन की व्यवस्था व सहयोग सराहनीय रहा। अंगारों का मातम करने वालों कमसिन बच्चे, नौजवान और बुजुर्ग भी शामिल रहे। जिसमें आसिफ हुसैन, कामयाब हुसैन,डा.इल्तेजा हुसैन, महफूज आलम,मंजर मौलाई शाहकार नकवी,अली जैदी, जैनुलाअबदीन ज़ैदी,लक्की हैदर जरी हैदर,डा.सलीस हैदर जैदी,हसरत हुसैन,कायम हुसैन,दिलदारहुसैन,मौ.कुमैलहुसैन आदि के नाम उल्लेखनीय है। संचालन कामयाब हुसैन ने और  अंजुमन के सदर शहंशाह जैदी ने प्रशासन के प्रति आभार व्यक्त किया।