स्वतंत्रविचार 24 (रिपोर्ट :-- अहमद हुसैन उर्फ जमाल आलम)
विवेकानन्द स्नातकोत्तर महाविद्यालय सेमरी।
बलिया के बहुउद्देशीय कक्ष में आज वित्तविहीन माध्यमिक विद्यालयों के प्रबंधक एवं प्रधानाचार्य तथा शिक्षकों शिक्षणेत्तर कर्मचारियों की आवश्यक बैठक हुई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री लालबिहारी यादव विधान परिषद सदस्य रहे। उन्होंने कहा कि आज उत्तर प्रदेश सरकार सबसे अधिक वित्तविहीन विद्यालयों के अस्तित्व को मिटाने पर आमादा है। सरकार ने अब नये विद्यालय के मान्यता की नई शर्तों को लागू किया है। जिसमें प्राभूत कोष को पन्द्रह हजार से बढ़ाकर सात लाख एवं सुरक्षित कोष को तीन हज़ार से बढ़ाकर दो लाख पचास हजार रुपए कर दिया है। इसके साथ ही हर तीसरे बर्ष मान्यता के नवीनीकरण की बाध्यता तीस हजार जमाकर निर्धारित किया गया है। जो बिल्कुल अव्यवहारिक है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए टी एन मिश्रा सामाजिक कार्यकर्ता नें कहा कि शासन की मंशा यदि वित्तविहीन विद्यालयों को बंद करने की है तो यह विद्यालयों के लिए ही नहीं बल्कि आमजनमानस के विपरीत है और शासन को आमजनमानस के विपरीत कार्य नहीं करना चाहिए। क्योंकि सरकार का चुनाव भी आम नागरिकों के द्वारा ही किया गया है। कार्यक्रम में रामगोविन्द प्रजापति,जनार्दन यादव,मृत्युंजय तिवारी,अहमद रजा शेरू,भरत चौहान,देवेन्द्र यादव,पवन सिंह,यशवंत पटेल,विनोद श्रीवास्तव,विनोद सिंह,बृजेश यादव,सुर्यभान चौहान ने वित्तविहीन विद्यालयों के हितों की रक्षा के लिए हर तरह से मदद करने का आश्वासन दिया। कार्यक्रम में बाबुनन्दन,रामसोच शर्मा,अभिनव यादव,अजीत यादव,वृजभान यादव,सुनील सिंह,राकेश यादव,राकेश शर्मा,आनन्द कुमार मिश्र,सुरेन्द्र कुमार,हेमंत कुमार मिश्र,प्रेमचंद मौर्य,चंदन,संतोष श्रीवास्तव,दिलीप कुमार,मनोज कुमार आदि सक्रिय रहे। साथ ही समस्त प्रबंधक,प्रधानाचार्य,शिक्षक एवं कर्मचारीयों ने वित्तविहीन विद्यालयों के हितों की रक्षा के लिए हाथ उठाकर एक साथ संघर्ष करने की लड़ाई का संकल्प लिया। उपस्थित सभी प्रबंधक एवं शिक्षकों नें 23 सितंबर को विद्यालय बंद कर अपनें सभी शिक्षक एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारियों के साथ बलिया जिलाधिकारी कार्यालय का घेराव कर ज्ञापन देंगे।
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