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देवढिया में जांच को पहुंचे एसडीएम, अधूरे शौचालय देख लगाई फटकार।

 

स्वतंत्रविचार 24 (रिपोर्ट :-- ओम प्रकाश वर्मा)

देवढिया में जांच को पहुंचे एसडीएम, अधूरे शौचालय देख लगाई फटकार।

नगरा (बलिया) : लोकायुक्त उत्तर प्रदेश शासन के निर्देश पर जिलाधिकारी इंद्र विक्रम सिंह द्वारा देवढिया गांव में हुए विकास कार्यों की जांच के लिए गठित तीन सदस्यीय समिति के अध्यक्ष एसडीएम रसडा सर्वेश यादव शुक्रवार को जांच के लिए पहुंचे। हालाकि समिति के दो अन्य सदस्य किसी कारण वश नही पहुंच सके। उपजिलाधिकारी ने 5.71 लाख रुपए की लागत से निर्मित अधूरे सामुदायिक शौचालय को देख तत्कालीन सचिव व पूर्व प्रधान को जम कर फटकार लगाई। छह सीटर सामुदायिक शौचालय में बिजली ,पानी की व्यवस्था नही थी, न ही शौचालय सीट ही लगाए गए थे। देखने से लग रहा था कि शौचालय कभी खुलता ही नही है। उपजिलाधिकारी के जांच के दौरान अफरा तफरी मची रही। शौचालय को देखने के बाद उपजिलाधिकारी ने इंटरलाकिंग व पंचायत भवन को भी देखा। उन्होने गांव में हुए विकास कार्यों की तकनीकी जांच की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होने विकास कार्यों से संबंधित पत्रावली का भी अवलोकन किया। गांव के ही श्यामलाल यादव , संदीप कुमार यादव  , अजीत कुमार यादव ने लोकायुक्त को शिकायती पत्र देकर पूर्व प्रधान द्वारा कराए गए विकास कार्यों में अनियमितता का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की थी। लोकायुक्त के निर्देश पर डीएम ने तीन सदस्यीय जांच समिति गठित की थी। इसमें एसडीएम रसडा को अध्यक्ष , क्षेत्राधिकारी व सहायक अभियोजन अधिकारी को सदस्य नामित किया गया था। इस मौंके पर तत्कालीन बीडीओ प्रवीनजीत, वर्तमान में रसडा में तैनात, तत्कालीन सचिव वरुण राय, एडीओ पंचायत प्रमोद कुमार सिंह, सचिव हरीश सहित पूर्व प्रधान प्रतिनिधि व शिकायतकर्ता मौजूद रहे।
फोटो-  नगरा ब्लाक के देवढिया गांव में विकास कार्यों की जांच करते उपजिलाधिकारी सर्वेश यादव