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शोपीस बने आरओ प्लांट, स्वच्छ जल को तरसे ग्रामीण।

 

स्वतंत्रविचार 24 (रिपोर्ट :-- ओम प्रकाश वर्मा)

शोपीस बने आरओ प्लांट, स्वच्छ जल को तरसे ग्रामीण।

 नगरा ( बलिया) : ग्रामीणों को स्वच्छ पेयजल मुहैया कराने की गरज से जनप्रतिनिधियों ने पिछले साल जगह जगह आरओ प्लांट तो लगवा दिया किंतु अधिकारियों की उदासीनता व उचित देखरेख के अभाव में अधिकांश आरओ प्लांट शोपीस बन चुके हैं। इधर भीषण गर्मी शुरु हो गई है ऐसे में लोगों को स्वच्छ जल की जरुरत होती है किंतु अधिकांश आरओ खराब होकर अपनी उपेक्षा की कहानी बयां कर रहें हैं। कुछ तो ऐसे आरओ प्लांट हैं जो लगने के  एक साल बाद भी चालू नही हो सके। कुछ में विद्युत कनेक्सन न होने से बंद पडे हैं। पिछले वर्ष जनप्रतिनिधियों द्वारा धडल्ले से आरओ प्लांट लगवाए गए थे। इनमें सबसे अधिक क्षेत्र पंचायत द्वारा स्थापित कराए गए थे। पंचायत चुनाव की घोषणा के बाद जब प्रशासकों ने गांवों का कार्भार संभाला था उस दौरान भी आरओ प्लांट लगाए गए थे। कुछ आरओ प्लांट तत्कालीन विधायक धनंजय कन्नौजिया की निधि से लगे थे। आरोप तो यहां तक है कि आरओ प्लांट में भी धन का बंदरबांट किया गया था। कई जगहों पर तो आरओ प्लांट के पुर्जों में भी कटौती की गई थी। स्थिति यह है कि क्षेत्र पंचायत कार्यालय के सामने ही विधायक निधि से लगाया आरओ प्लांट खराब पडा है। ब्लाक के अधिकारी व कर्मचारी स्वच्छ जल के लिए तरस गए हैं। न तो मेकेनिक का पता है न ही कोई जिम्मेदार ही इन्हे ठीक करा रहा है। जानकारों का कहना है कि हर तीन माह पर आरओं प्लांट की साफ सफाई व मशीनों का रिपेयर जरुरी होता है किंतु इससे इतर एक वर्ष का समय बीत गया अब तक न तो रिपेयरिंग ही हुई न ही साफ सफाई ही कराई गई।
इन स्थानों पर खराब पडे हैं आरओ प्लांट-
ग्राम पंचायत-    कार्यदाई संस्था-
1- नरहीं चट्टी- क्षेत्र पंचायत
2-डिहवां- क्षेत्र पंचायत
3- खरुआंव - क्षेत्र पंचायत
4- झाडी मठ गोंठवां- क्षेत्र पंचायत
5- अब्दुलपुरमदारी- क्षेत्र पंचायत - बिजली कनेक्सन ही नही है।
6- पांडेयपुर- क्षेत्र पंचायत
7- भीमपुरा नंबर दो- ग्राम पंचायत, प्रशासनिक व्यवस्था
8- खरुआंव- ग्राम पंचायत प्रशासनिक व्यवस्था
9- प्राचीन दुर्गा मंदिर नगरा- विधायक निधि-
10- ब्लाक मुख्यालय- विधायक निधि
11- रनऊपुर- ग्राम पंचायत , प्रशासनिक व्यवस्था
12- बिहराहरपुर- क्षेत्र पंचायत
वर्जन- 
खराब पडे आरओ प्लांट की जांच कराई जा रही है। वैसे एक वर्ष का समय बीत जाने के बाद आरओ प्लांट की देख रेख की जिम्मेदारी ग्राम पंचायतों की हो जाती है। जो खराब आरओ प्लांट हैं उन्हे ठीक कराया जाएगा।
विनय कुमार वर्मा
बीडीओ, नगरा
फोटो- महीनों से  खराब पडा नरहीं चट्टी पर लगा आरओ प्लांट