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रमजान के महीने का बड़ा ही मुक्कदश माना जाता है अंतिम जुमा की नमाज।

 

स्वतंत्रविचार 24 (रिपोर्ट :-- ओम प्रकाश वर्मा)

रमजान के महीने का बड़ा ही मुक्कदश माना जाता है अंतिम जुमा की नमाज।

नगरा (बलिया)। पवित्र रमजान के पाक महीने का आखिरी जुमा यानी 27वें रमजान को अलविदा जुमा की नमाज शुक्रवार को कस्बा के समेत क्षेत्र के विभिन्न मस्जिदों में मुस्लिम लोग अदा किए। अलविदा जुमे की नमाज को लेकर प्रशासन की ओर से सुरक्षा व शांति व्यवस्था के बाबत मस्जिदों के पास पुलिस की तैनाती भी की गयी थी। इस नमाज की तैयारी को लेकर मस्जिद के जिम्मेदार लोगों द्वारा मस्जिदों की साफ-सफाई का काम कराया गया।
रमजान महीने के अंतिम जुमा की नमाज पढ़ने के लिए बड़ी संख्या में मुस्लिम लोग मस्जिदों में पहुंचे थे। अजान के पश्चात मुस्लिम लोगों का मस्जिदों में दाखिल होने का सिलसिला शुरू हुआ और सभी लोग सुन्नत की नमाज पढ़े। इस दौरान सभी मस्जिदों के इमाम द्वारा फितरा की रकम यतीमों, गरीबों में बांटने के बाबत बताया कि इसके बाद इमाम द्वारा खुतबा पढ़ी गयी। अलग-अलग निर्धारित समय पर विभिन्न मस्जिदों में अलविदा की नमाज इमाम द्वारा अदा की गयी। रमजानुल मुबारक के इस पवित्र महीने में नमाजियों की तादाद मस्जिदों में अन्य दिनों की अपेक्षा काफी बढ़ गई थी। आज इस आखिरी अलविदा के जुमे की नमाज मे मुस्लिम समुदाय ने सलामती के लिए दुआ मांगी। क्षेत्र के ताड़ी बड़ागांव, डिहवा, मालीपुर, भीमपुरा, कंकरी, नरहीं, खरुआंव, सिसवार, खारी, गोठवां मे गुरुवार को देर रात के समय थानाध्यक्ष देवेन्द्र दुबे ने मय पुलिस फोर्स के साथ मस्जिदों मे पहुंच कर जुमे की नमाज के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के लिए गहन जांच परख किया। शुक्रवार को जुमे की नमाज अकीदत के साथ पढ़ा गया। इस मौके पर शफीक अहमद, जुल्फीकार जफरुल्ला, नसीम, युनूस भाई, नफीस हाशमी, रिजवान भाई, इस्तियाक अहमद, अवैश असगर, इम्तियाज अहमद, तेजू राइन, अब्दुल्ला शाह, खूदी पठान, चुन्नू आलम, हफीजुल्लाह, मुख्तार, तेजू कुरैशी, रिंकू, हुसैन, जहूर, हबीब राइन, इजहारुलहक, गुड्डू, जमालुद्दीन, खुर्शेद, हैदर, इसराइल, मजहारुलहक, इरफान अहमद, पप्पू कुरैशी आदि रहे।