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प्रभु श्री राम त्याग, विनम्रता, प्रेम और आस्था के प्रतीक है -विद्यार्थी

 

स्वतंत्रविचार 24 (रिपोर्ट :-- संदीप कुमार गुप्ता)

प्रभु श्री राम त्याग, विनम्रता, प्रेम और आस्था के प्रतीक है -विद्यार्थी

दुबहर, (बलिया) - ब्रह्मांड में रमण करने वाले हर तत्व को राम से प्रमाणित करना ही राम की असली पूजा है। मानवता के लिए ही नहीं, बल्कि पेड़-पौधों के लिए भी उन्होंने जो संदेश दिया है, वह अनुकरणीय एवं प्रशंसनीय हैं। माता-पिता, पुत्र, पति, भाई, मित्र यहां तक कि बैरी के धरातल पर भी उन्होंने जो लक्ष्मण रेखा खींची है, उसका दुनिया में कोई मिसाल नहीं है।
उक्त बातें अखार ढाला स्थित मीडिया सेंटर पर पत्रकारों से बातचीत में सामाजिक चिंतक बब्बन विद्यार्थी ने कही। कहा कि त्याग, विनम्रता, प्रेम और आस्था के प्रतीक राम को मानने का अर्थ उनके आदर्शों व उपदेशों के पथ पर चलना है। रामनवमी, राम जन्मोत्सव मनाने की सार्थकता तभी सिद्ध होगी, जब उनके मानवीय आचरण एवं आदर्शों को जीवन में चरितार्थ किया जाएगा। विद्यार्थी ने कहा कि अगर भगवान को खुश करना है तो भगवान के बंदों से प्यार करना होगा। 
इस मौके पर विश्वनाथ पांडेय, पन्नालाल गुप्ता, डॉ सुरेशचंद्र प्रसाद, कृष्ण कुमार पाठक, संजय जायसवाल मौजूद रहे।