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मनरेगा योजना में हो रही परेशानी को लेकर प्रधानो ने की बैठक।

 

स्वतंत्रविचार 24 (रिपोर्ट :-- संदीप कुमार गुप्ता)

मनरेगा योजना में हो रही परेशानी को लेकर प्रधानो ने की बैठक।

दुबहर (बलिया) स्थानीय ब्लॉक मुख्यालय पर सोमवार के दिन प्रधानों की बैठक सम्पन्न हुआ जिसमें ग्राम प्रधानों ने एक स्वर से मनरेगा योजना में एमएनएस के माध्यम से दिन के दो बार हाजिरी लगाने की समस्या को रखा। उन्होंने कहा कि इस कार्य में मोबाइल नेटवर्क की समस्या आ रही है। वही मनरेगा में ₹213 की दर से मजदूरी पर मजदूरों का नहीं मिलना यह सबसे बड़ी समस्या है। साथ ही ग्राम प्रधानों के मानदेय उनके खाते में भेजे जाने की मांग रखी ।। सरकार इन दिनों प्राइमरी स्कूल के विद्युत बिल, पंचायत सहायक का मानदेय, पानी के टंकी के ऑपरेटर एवं विद्युत का बिल सब राज्य वित्त एवं 15वें वित्त के माध्यम से उपलब्ध भेज रही है इससे छोटे ग्राम सभाओं के विकास की योजनाओं का धन  सीधे आधे मानदेय के रूप में समाप्त हो जा रहा है, जिससे विकास का कार्य नहीं हो पा रहा है। ग्राम प्रधानों ने खंड विकास अधिकारी के माध्यम से राज्य सरकार का ध्यान इस ओर आकृष्ट कराया है ।साथ ही ग्राम प्रधान विकास के मटेरियल की कीमत और सरकार द्वारा निर्धारित किए गए दर में आक्रोश व्यक्त किया। ग्राम प्रधानों ने कहा कि सरकार सरिया की कीमत 6500 रुपए निर्धारित की है, जबकि बाजार में कीमत ₹7500 रुपए प्रति क्विंटल है । वही ईट की कीमत सरकार ₹6000 दे रही है जबकि बाजार में ₹9000 से 10000 प्रति हजार आठ ईट है, सीमेंट की कीमत ₹340 सरकार देती है वही बाजारू मूल्य 400 से ₹450 तक है। ऐसे में विकास के कार्य कराए जाने में व्यावहारिक समस्याएं आ रही है। बैठक की अध्यक्षता प्रधान संघ के ब्लॉक अध्यक्ष राघवेंद्र यादव एवं संचालन अनिल तिवारी ने किया अन्य लोगों में बलराम यादव ,शैलेंद्र तिवारी ,मनोज ठाकुर, धनु पांडे, गुड्डू पांडे, लक्ष्मण तिवारी ,धर्मेंद्र यादव उर्फ भुवर ,अंजनी पांडे, नंद जी यादव, विनोद भारती आदि ग्राम प्रधानों ने अपनी समस्या रखते हुए विचार व्यक्त किए।