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बलिया के क्रांतिकारी पत्रकारों ने जिला प्रशासन को घुटने टेकने पर मजबूर किया ।

 

स्वतंत्रविचार 24 (रिपोर्ट :-- अहमद हुसैन उर्फ  जमाल आलम)

बलिया के क्रांतिकारी पत्रकारों ने जिला प्रशासन को घुटने टेकने पर मजबूर किया ।


बलिया। पेपर लीक मामले में फर्जी तरीके से गिरफ्तार किए गए तीन पत्रकारों की रिहाई की मांग को लेकर संयुक्त पत्रकार संघर्ष मोर्चा के बैनर तले डीएम कार्यालय परिसर में पत्रकारों का चल रहा क्रमिक अनशन मंगलवार को 12वें दिन भी जारी रहा। वहीं आंदोलन का 27वां दिन रहा। क्रमिक अनशन पर पहुंचे सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व गाजीपुर जनपद के जहुराबाद के विधायक ओमप्रकाश राजभर तथा फेफना के सपा विधायक संग्राम सिंह यादव ने एक स्वर से कहा कि बलिया के पत्रकारों को धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने जिला प्रशासन के खिलाफ नहीं, बल्कि सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला है। कारण कि यह सरकार के नौकर है, सरकार जो चाहती है वह करते है। लेकिन बागी बलिया के क्रांतिकारी पत्रकारों ने इन्हें घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया। जिसका नतीजा है कि जिन तीन पत्रकारों को जिला प्रशासन ने फर्जी तरीके से जेल भेजने का काम किया, उन्हें कोर्ट ने रिहा करने का काम किया। नेता द्वय ने पत्रकारों को समर्थन देते हुए निर्दोष पत्रकारों की रिहाई तथा भ्रष्ट अफसरों के निलंबन की मांग की। कहा कि संयुक्त पत्रकार संघर्ष मोर्चा द्वारा आगामी 30 अप्रैल को जेल भरो आंदोलन में गठन बंधन पार्टी बढ़-चढ़कर सहभागिता करेगी।

ओमप्रकाश ने अपने संबोधन में कहा कि पत्रकारिता के खिलाफ प्रदेश की सरकार ने फर्जी तरीके से पत्रकारों को जेल भेजने काम किया है वह निंदनीय है। वास्तविक रूप से जो दोषी है वे तो एसी में है और जो निर्दोष है वे जेल में है। जब परीक्षा कराने की जिम्मेदारी डीएम व  केंद्र व्यवस्थापक ने उठा रखी है तो इसमें पत्रकार का क्या दोष है। दोष इतना है कि पूरे प्रदेश में जो शिक्षा माफिया सक्रिय है और उनके द्वारा अधिकारियों की मिलीभगत से जो पेपर लीक किया जाता है, उसे पत्रकार उजागर करने का काम करता है। पत्रकार का काम होता है कि सही खबर सरकार को बताए कि यहां गलत हो रहा है उसको सही करो। अगर पत्रकार ने गलत को उजागर करने का काम किया तो जिला प्रशासन ने अपने नाकामी को छुपाने के लिए पत्रकारों को जेल भेजने का काम किया है। कहा कि पत्रकार साथियों ने क्रमिक अनशन चला रखा है कि जब तक तीनों पत्रकारों को बाइज्जत रिहा नहीं किया जाता और फर्जी मुकदमें पूरी तरह से हटाएं नहीं जाते तथा तानाशाह डीएम व एसपी को निलंबित नहीं किए जाते, तब तक क्रमिक अनशन चलता रहेगा। जेल भरो आंदोलन को साथियों ने 30 अप्रैल को तिथि भी घोषित कर दिया है। मैं तो प्रदेश सरकार से यही कहूंगा कि हिटलर शाही रवैया को छोड़कर न्याय के लिए सही काम करें। अभी तो पत्रकार आंदोलित है, कल प्रदेश की 24 करोड़ जनता पत्रकारों के साथ आंदोलित होगी तब क्या होगा?  जो दा‌ेषी है उसके विरूद्घ कार्रवाई की जाय और निर्दोष पत्रकारों को रिहा किया जाय। मैंने प्रिंट व इलेक्ट्रानिक मीडिया में देखा कि कुछ संगीन धाराओं को जिला प्रशासन द्वारा हटा दिया गया है। इसका मतलब ‌है कि उनके द्वारा जो मुकदमा दर्ज कराया गया था वह फर्जी था, तभी तो उनके द्वारा मुकदमा हटाया गया। इसके साथ ही  और भी जो मुकदमा दर्ज वह भी फर्जी है। उस मुकदमें को तत्काल वापस किया जाय। इनका काम ही गलत काम को उजागर करना, गलत काम को सरकार तो पहुंचाना है। कहा कि ओमप्रकाश राजभर अभी पत्रकारों को समर्थन करने अकेले आया है। जब आवश्यकता पड़ी तो बलिया में 50 हजार कार्यकर्ता उतरने का काम करेंगे। कहा कि 10 मई से विधान सभा आरम्भ होने वाला है, उसमें आप लोगों से सारे सबूत लेकर गठबंधन के 128 एमएलए पत्रकारों का आवाज उठाने का काम करेंगे। इसीक्रम में फेफना विस के विधायक संग्राम सिंह ने कहाकि पत्रकार कभी गलत नहीं होता है। कभी-कभी दबाव में आ जाते है। इनके समझ में आया गया कि अगर आवाज नहीं उठाएंगे तो दबा दीए जाएंगे। सरकार धीरे-धीरे एक-एक लोगों को टच करना शुरू कर दिया है। कहा कि हमारा गठबंधन परी ताकत के साथ पत्रकारों की लड़ाई में खड़ा है। इसमें हमारे मुखिया अखिलेश यादव ने स्वयं कहा कि गठबंधन का एक-एक कार्यकता पत्रकारों को न्याय दिलाने में खड़ा रहेगा। वहीं जेल भरो आंदोलन में भी गठबंधन के लोग सबसे आगे रहने का काम करेंगे। इसीक्रम में रसोइया संघ की जिलाध्यक्ष रेनू शर्मा ने कहा कि निर्दोष पत्रकारों को जिला प्रशासन अविलंब बिना शर्त रिहा करें, अन्यथा रसोइयां संघ पत्रकारों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने का काम करेंगे। कहा कि आगामी 30 अप्रैल को जेल भरो आंदोलन में रसोइयां संघ बढ़ चढ़कर हिस्सेदारी करेंगी।  इस मौके पर गाजीपुर से पधारे आशुतोष राय, पत्रकार मुकेश मिश्रा, मनोज चतुर्वेदी, आनंद दुबे, मकसूदन सिंह, कैलासपति मिश्रा, ओमकार सिंह, सुनील पांडेय, दयाशंकर तिवारी, सुनील दुबे, राणा सिंह, अजय भारती, अनिल अकेला, करूणा सिंधु सिंह, संजय तिवारी, मु० अहमद हुसैन उर्फ जमाल,अखिलेश चौधरी, नरेंद्र मिश्र, रवि सिन्हा, दिनेश गुप्ता, अमित कुमार, अनंत पांडेय, श्याम प्रकाश शर्मा, शशिराज उर्फ सन्नी, सनंदन उपाध्याय, विक्की गुप्ता, प्रभात पांडेय,सन्दीप कुमार गुप्ता, धनंजय तिवारी, कृष्णकांत पांडेय, उपेंद्र गुप्ता, हरबंश, विवेक जायसवाल, राजकुमार यादव, राजू दूबे, रोशन जायसवाल, रत्नेश सिंह, सुनील दादा, राजू गुप्ता, जयराम अनुरागी, संजय सिंह, इमरान खां, करूणेश उपाध्याय, राधेश्याम पाठक, दिनेश गुप्ता, आसिफ जैदी, मुशीर जैदी, रामप्रताप तिवारी, विनोद पांडेय, आनंद प्रकाश सिंह, प्रदीप गुप्ता, रजनीकांत सिंह, मुलायम प्रसाद, विश्वम्भर गुप्ता, पवन यादव, प्रभाकर सिंह, अभिषेक मिश्रा, सुनील परख, प्रदीप रस्तोगी, अतुल सिंह, सुनील सिंह, एजाज अहमद, मो सरफराज, लक्ष्मण पांडेय, यमुना प्रसाद, शिवेंद्र बहादुर सिंह, राजीव तलवार, विमला भारती, संजू ठाकुर, आप नेता अनूप पांडेय, अजय राय मुन्ना, अभिषेक सिंह हैप्पी, संजीव कुमार श्रीवासतव अ‌ादि रहे।