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भारतीय सभ्यता व संस्कृति की प्राण धारा है गंगा।

 


स्वतंत्रविचार 24 (रिपोर्ट :-- अहमद हुसैन उर्फ जमाल आलम)


भारतीय सभ्यता व संस्कृति की प्राण धारा है गंगा।

बलिया :- नेहरू युवा केन्द्र बलिया  के तत्वावधान में ग्राम स्तरीय दो दिवसीय गंगा दूतों का प्रशिक्षण कार्यक्रम की  शुभारंभ सोमवार को क्षेत्र के भरौली स्थित वेक्टर सभागार में हुई। कार्यक्रम का शुभारंभ माँ सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर जिला युवा अधिकारी अतुल शर्मा जी ने उपस्थित युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि गंगा की स्वच्छता निरंतरता का विषय है। इसके लिए सर्व समाज के लोगों को विशेष तौर से युवाओं को आगे आना होगा। गंगा नदी राष्ट्र की धरोहर है, जिसकी स्वच्छता करना हम सब का परम कर्तव्य है। कहा कि धार्मिक व आर्थिक रूप से राष्ट्र को समृद्ध बनाने में मां गंगा की स्वच्छता महत्वपूर्ण विषय है। इस अवसर पर उपस्थित गंगा दूतों को सम्बोधित करते हुए जिला प्रशिक्षक अभिषेक राय ने कहा कि गंगा एक नदी ही नहीं है, अपितु भारतीय सभ्यता व संस्कृति की मुख्य प्राण धारा है। सदियों से गंगा नदी अपने निर्मल जल से भारतीय सभ्यता एवं संस्कृति का पालन-पोषण करती है। जिला प्रशिक्षक विवेक शर्मा ने गंगा को स्वच्छ रखने के संबंध में  उपस्थित युवक युवतियों को विस्तार से बताया। वेक्टर क्लास  के प्रबंधक अवनीश राय और नीरज राय ने राष्ट्र निर्माण में युवाओं की भूमिका पर चर्चा करते हुए कहा कि जिस प्रकार हम भारतीय गाय को एक पशु नहीं, बल्कि गौ माता का स्थान देते हैं। उसी प्रकार गंगा की धारा को स्वच्छ व निर्मल बनाए रखने के लिए गंगा से भी हमें भावनात्मक लगाव जोड़ना होगा। उक्त अवसर पर उपस्थित युवाओं को गंगा को साफ रखने के बारे में विस्तार से बतलाया गया। नमामि गंगे के जिला परियोजना अधिकारी शलभ उपाध्याय ने बताया कि जनपद के पांच विकास खंडों से होकर गंगा नदी प्रवाहित होती है। इन विकास खंडों के युवा मंडलो व गंगा दूतों के प्रशिक्षण व लोगो को गंगा स्वच्छता के लिए जागरूकता का कार्यक्रम आगे भी चलता रहेगा। अंत में उपस्थित युवाओं व गंगा दूतो को गंगा स्वच्छता शपथ दिलवाकर समापन कराया गया। इस अवसर पर वंदना तिवारी , ओंकार सिंह आदि लोग मौजूद रहे।  संचालन राष्ट्रीय युवा स्वयं सेवक कार्तिक राय ने किया।