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नगर में लोग रोजाना जाम के झाम से जूझते हैं।

 


स्वतंत्रविचार 24 (रिपोर्ट :-- रजनीश कुमार, दिलशाद अहमद)

ई-रिक्शा और बाइक के साथ स्थानीय दुकानदार भी जाम के लिए हैं जिम्मेदार 

जाम को लेकर की गई अबतक की सभी कवायदें  साबित हुई हैं फेल। 

नगर में लोग रोजाना जाम के झाम से जूझते हैं। 

रोजाना लगने वाले जाम का मुख्य कारण मनमाने तरीके से ई-रिक्शा का संचालन है।


सिकन्दरपुर, बलिया। नगर के फुटपाथ पर स्थानीय दुकानदारों का कब्जा है तो कभी ई-रिक्शा रोककर चालकों द्वारा सवारी उतारने और बैठाने के चलते मुख्य बाजार में लगता है जाम, तो कभी गली व दुकान के सामने बाइक लगाकर जाम की स्थिति बना देते हैं मार्केट करने आए लोग। कभी कभार यह भी होता है कि बाजार करने आए कार वाले लोग कहीं भी कार खड़ी कर बाजार करने चले जाते हैं। 

इन्हीं कारणों से सड़क जाम हो जाता है तथा आवागमन काफी हद तक प्रभावित होता है। लोगों का चलना मुश्किल हो जाता है और कभी-कभी स्थिति विकट हो जाती है।


जल्पा चौक से लेकर पुलिस चौकी के बीच ई रिक्शा चालकों के मनमाने ढंग से खड़े किए जाने से जाम लगता रहता है। 


वहीं जाम में फंसे लोगों का कहना है कि रोजाना लगने वाले जाम का मुख्य कारण मनमाने तरीके से ई-रिक्शा का संचालन है।  नगर का प्रमुख जल्पा चौराहा तो जाम का पर्याय बन चुका है,यहां कैलाश मिष्ठान के समीप सड़क पर ही बेतरतीब तरीके खड़ी कर ई-रिक्शा चालक सवारियों को बैठाने का काम करते हैं। जिससे घण्टो जाम की स्थिति पैदा होती रहती है। 

स्थानीय दुकानदारों द्वारा फुटपाथ पर दुकान के पूरे सामान को लाकर सजा देना भी जाम का एक मुख्य कारण बना रहता है। वही बस स्टेशन चौराहे से बाजार जाने वाले मुख्य मार्ग पर ही फल विक्रेताओं का अतिक्रमण,आए दिन जाम के झाम में लोगों को फंसाता रहता है।