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कलेक्ट्रेट परिसर में आयुर्वेदिक एवं होम्योपैथिक ओपीडी की शुरुआत* बलिया।आयुर्वेदिक एवं होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धति को बढ़ावा देने तथा सामान्य जन को जटिल एवं गंभीर बीमारियों की सुलभ चिकित्सा उपलब्ध कराने के लिए पूर्व से संचालित अस्पतालों के अतिरिक्त कलेक्ट्रेट परिसर के सभागार कक्ष में दिनांक 30.04. 2022 से ओपीडी संचालित हो रही है। होम्योपैथिक एवं आयुर्वेदिक चिकित्सक द्वारा प्रातः 10:00 बजे से अपराह्न 2:00 बजे तक नियमित रूप से मरीजों का उपचार किया जाएगा। चूंकि कलेक्ट्रेट कार्यालय में अपने विभिन्न समस्याओं को लेकर जनसामान्य एवं वादकारी उपस्थित होते हैं ऐसी स्थिति में ओपीडी संचालित होने इन सभी को सुलभ चिकित्सकीय लाभ मिलेगा। साथ ही होम्योपैथिक एवं आयुर्वेदिक इलाज को बढ़ावा मिलेगा। [ *माननीय मुख्यमंत्री ई-पेंशन पोर्टल का करेंगे उद्घाटन* बलिया।वरिष्ठ कोषाधिकारी ममता सिंह ने बताया है कि मा० मुख्य मंत्री जी द्वारा ई-पेंशन पोर्टल का उद्घाटन दिनांक 01 मई, 2022 को पूर्वाह्न 11:00 बजे किया जाना है। जिसमें जनपद कोषागार के पेंशनरों की सहभागिता वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग के माध्यम से होगी। उपरोक्त के सम्बन्ध में बताया गया हैं कि विकास भवन सभागार में दिनांक 01 मई, 2022 को मा० मुख्य मंत्री जी द्वारा ई-पेंशन पोर्टल का उद्घाटन के दौरान वीडियो कॉन्फ्रेंन्सिंग की व्यवस्था पूर्वान्ह 11:00 बजे से होगी। जिले में अवैध रूप से संचालित कोचिंग केंद्रों पंजीकरण कराये, वर्ना होगी कार्यवाही* बलिया जनपद में कोचिंग एक व्यवसाय के रूप में चलाए जाने की शिकायतें शासन/विभाग को प्राप्त होने के कारण कोचिंग को विनियमित करने एवं शैक्षिक संस्थानों के शिक्षकों द्वारा की जा रही कोचिंग पर प्रतिबंध लगाने के लिए उत्तर प्रदेश कोचिंग विनियमन अधिनियम 2002 लागू किया गया है। जनपद में संचालित कोचिंग केंद्रों को निर्देशित करते हुए जिला विद्यालय निरीक्षक राकेश कुमार ने बताया है कि आप कोचिंग विनियम अधिनियम 2002 के अंतर्गत पंजीकरण कराएं, अन्यथा की स्थिति में अवैध रूप से संचालित कोचिंग संस्थाओं के ऊपर विधिक कार्यवाही कर दी जाएगी, जिसके लिए कोचिंग संस्था स्वामी पूर्ण रूप से उत्तरदायी होंगे। ------------- *जिले के समस्त राजस्व, चकबन्दी एवं* *फौजदारी के कार्यालय खोलने का* *समय बदला* बलिया। पीठासीन अधिकारी एमएसिटी बद्री विशाल पांडेय ने बताया है कि जनपद के समस्त राजस्व, चकबंदी न्यायालय के समस्त राजस्व एवं फौजदारी अभिलेखागार के कार्य का समय 01 मई से 30 जून तक प्रातः कालीन निर्धारित किया गया है। न्यायाधिकरण के कार्य को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए तथा दीवानी न्यायालय से समयजस्य बनाए रखने हेतु माह मई एवं जून में न्यायाधिकरण का समय प्रातः 07 बजे से अपरान्ह 01 बजे तक व कार्यालय का समय प्रातः 06:30 बजे से अपरान्ह 01:30 बजे तक निर्धारित किया गया है। उक्त अवधि में प्रातः 10:30 बजे से 11:30 बजे तक मध्याहन भोजन अवकाश रहेगा। -------------- *राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, में 04 मई को लगेगा प्लेसमेन्ट/अप्रेन्टिस मेला* बलिया। राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, नोडल संस्थान में 04 मई को प्रातः 10 बजे से क्यूसेस प्लेसमेन्ट सर्विसेज नोयडा द्वारा लगभग 03 कम्पनियों पेटजेट टेक्नोलॉजी लि0, कायो मारूति एवं भारत सीट लि० हेतु क्रमशः विद्युत, इलेक्ट्रानिक्स मेके० से आईटीआई डिप्लोमा इलेक्ट्रीकल इजि०, इलेक्ट्रानिक्स इजि० एवं मकेनिकल इजि०, वेल्डर, फिटर टर्नर व्यवसाय से उर्तीण प्रशिक्षार्थी जिसकी उम्र सीमा 18 से 28 वर्ष है 04 मई को प्रातः 10 बजे नोडल संस्थान रामपुर उदयभान बलिया में अपने समस्त शैक्षिक/तकनीकी प्रमाण पत्रों, आधार कार्ड एवं दो फोटो के साथ प्रतिभाग कर सकते है। उक्त मेले में प्रतिभाग करने वाले प्रशिक्षार्थियों को किसी प्रकार का शुल्क वहन नही करना है बिल्कुल निःशुल्क है। मेले में चयन हेतु कुल सीटों की रिक्त सं० लगभग 300 है। प्रतिमाह मानदेय आईटीआई पास युवाओं को 11000 एवं डिप्लोमा उर्तीण युवाओं को 12000 रू0 के साथ अन्य सुविधाएं देय है। किसी भी प्रकार के समस्या के समाधान हेतु प्लेसमेन्ट/अप्रेंटिस प्रभारी श्री अरविन्द कुमार गुप्ता कार्यदेशक 9454351374 पर सम्पर्क स्थापित किया जा सकता है। यह जानकारी नोडल प्रधानाचार्य श्री धर्मवीर सिंह ने दी है। [ *दिव्यांगजन सरकार की महत्वपूर्ण योजनाओं से लाभ उठा सकते हैं* बलिया।जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी राजीव कुमार यादव ने बताया है कि जनपद के दिव्यांगों को सूचित किया जाता है कि दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग द्वारा कई योजनाएं संचालित हैं। पात्र दिव्यांगजन इन योजनाओं के बारे में अधिक जानकारी हेतु कार्यालय, जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी,विकास भवन,बलिया से संपर्क स्थापित कर सकते हैं । उन्होंने बताया कि दिव्यांगजन भरण पोषण अनुदान योजना दिव्यांग पेंशन के अंतर्गत गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले दिव्यांग जनों को 40% या उससे अधिक की दिव्यांगता होने पर 1000 रुपये की धनराशि प्रतिमाह देय है।दिव्यांग पेंशन हेतु विभागीय वेबसाइट sspy-up.gov.in पर ऑनलाइन आवेदन किया जाना आवश्यक है। इसी प्रकार कुष्ठावस्था पेंशन योजना के अंतर्गत गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले दिव्यांग जनों को 0% या उससे अधिक कुष्ठ दिव्यांगता होने पर 3000 रु0की दर से प्रतिमाह देय है। कुष्ठावस्था हेतु विभागीय वेबसाइट sspy-up.gov.in पर ऑनलाइन आवेदन किया जाना आवश्यक है। श्री यादव ने बताया कि कृत्रिम अंग/ सहायक उपकरण योजना के अंतर्गत गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले दिव्यांग जनों को धनराशि ₹10000 तक के सहायक उपकरण यथा ट्राई साइकिल, वैशाखी, व्हीलचेयर ,ब्लाइंड स्टिक, कान की मशीन प्रदान किए जाते हैं। इस योजना का लाभ प्राप्त करने हेतु दिव्यांगता 40% या उससे अधिक होना आवश्यक है एवं आय प्रमाण पत्र माननीय सांसद, माननीय विधायक ,नगर पंचायत अध्यक्ष , ग्राम प्रधान व खंड विकास अधिकारी द्वारा निर्गत ही मान्य है। दिव्यांगता से विवाह कराने पर प्रोत्साहन पुरस्कार योजना के अंतर्गत उन्होंने बताया कि दंपति में से युवक के दिव्यांगजन होने पर सामान्य युवती द्वारा विवाह करने पर ₹15000 तथा दंपति में से युवती के दिव्यांग होने पर सामान्य युवक द्वारा विवाह करने पर ₹20000 एवं दंपति में दोनों के दिव्यांग होने की दशा में ₹35000 की धनराशि प्रदान की जाती है ।पुरस्कार पिछले वित्तीय वर्ष तथा वर्तमान वित्तीय वर्ष में हुए विवाह पर ही देय है।दंपत्ति आयकर दाता नहीं होना चाहिए। विवाह प्रोत्साहन हेतु विभागीय वेबसाइट http:/upsdc.gov.in पर ऑनलाइन आवेदन किया जाना आवश्यक है। इसी प्रकार दिव्यांगजन के पुनर्वास हेतु दुकान संचालन योजना के अंतर्गत 18 से 60 वर्ष की आयु के दिव्यांग व्यक्तियों को खोखा/ गोमती/ हाथ ठेला क्रय कर रोजगार करने हेतु ₹10000 की सहायता प्रदान की जाती है। इस धनराशि में से ₹7500की धनराशि 4% वार्षिक साधारण ब्याज पर ऋण के रूप में तथा ₹ 2500 की धनराशि अनुदान के रूप में दिया जाता है। दुकान निर्माण संचालन हेतु विभागीय वेबसाइट http://divyangdukan.upsde.gov.in पर ऑनलाइन आवेदन किया जाना आवश्यक है। [ जनपद के सभी ग्राम पंचायतों में 01मई तक जागरूकता कैम्प होगा आयोजन* बलिया। आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर शासन के निर्देश के क्रम में जिलाधिकारी महोदय के आदेशानुसार किसान भागीदारी प्राथमिक्ता हमारी अभियान का संचालन किया जा रहा है। कार्यक्रम के अन्तर्गत जनपद के सभी ग्राम पंचायतों में दिनांक 26 अप्रैल से 01 मई तक जागरूकता कैम्प का आयोजन किया जा रहा है। कैम्प में कृषि विभाग के कर्मचारी लेखपाल, फसल बीमा कम्पनी के प्रतिनिधि एवं कामन सर्विस सेन्टर के बीएलई उपस्थित होकर कृषकों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना प्रधानमन्त्री किसान सम्मान निधि योजना की जानकारी एवं पी०एम० किसान के लाभार्थियों को किसान क्रेडिट कार्ड बनवाये जाने की जानकारी प्रदान की जा रही है तथा पी०एम०किसान के लाभार्थियों के किसान क्रेडिट कार्ड का आवेदन पूर्ण कराकर भू अभिलेख लेखपाल से सत्यापन के उपरान्त सम्बन्धित बैंक शाखा में जमा कर कृषकों को किसान क्रेडिट कार्ड उपलब्ध कराया जाना है। पी० एम० किसान के लाभार्थियों को योजना का लाभ प्राप्त करने हेतु कामन सर्विस सेन्टर के माध्यम से अनिवार्य रूप से बायोमेट्रिक ई केवाईसी कराये जाने की जानकारी भी कैम्प में प्रदान की जा रही है। जनपद के सभी बैंकों द्वारा बैंक शाखा स्तर पर अभियान की अवधि में कैम्प लगाकर पी०एम०किसान के लाभार्थी कृषकों के के०सी०सी० बनाये जाने हेतु आवेदन प्राप्त किये जा रहे है। जनपद के सभी कृषकों से अपील करते हुए उप कृषि निदेशक इन्द्राज ने बताया है कि अपना बायोमेट्रिक ईकेवाईसी अपने नजदीकी कामन सर्विस सेन्टर से यथाशीघ्र पूर्ण करा लें तथा अपने ग्राम / बैंक शाखा में आयोजित कैम्प में उपस्थित होकर किसान क्रेडिट कार्ड का आवेदन पूर्ण कराकर कृषि विभाग के कर्मचारी अथवा सीधे बैंक शाखा को उपलब्ध करायें।

 


स्वतंत्रविचार 24 (रिपोर्ट :-- ज्ञान प्रकाश) 

कलेक्ट्रेट परिसर में आयुर्वेदिक एवं होम्योपैथिक ओपीडी की शुरुआत।

बलिया। आयुर्वेदिक एवं होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धति को बढ़ावा देने तथा सामान्य जन को जटिल एवं गंभीर बीमारियों की सुलभ चिकित्सा उपलब्ध कराने के लिए पूर्व से संचालित अस्पतालों के अतिरिक्त कलेक्ट्रेट परिसर के सभागार कक्ष में दिनांक 30.04. 2022 से ओपीडी संचालित हो रही है। होम्योपैथिक एवं आयुर्वेदिक चिकित्सक द्वारा प्रातः 10:00 बजे से अपराह्न 2:00 बजे तक नियमित रूप से मरीजों का उपचार किया जाएगा।

चूंकि कलेक्ट्रेट कार्यालय में अपने विभिन्न समस्याओं को लेकर जनसामान्य एवं वादकारी उपस्थित होते हैं ऐसी स्थिति में ओपीडी संचालित होने इन सभी को सुलभ चिकित्सकीय लाभ मिलेगा। साथ ही होम्योपैथिक एवं आयुर्वेदिक इलाज को बढ़ावा मिलेगा।