Ad Code

Responsive Advertisement

अपने आराध्य नारायण की सेवा के लिए महादेव ने 11वें रूद्र हनुमान जी का लिया अवतार - स्वामी खीमानंद शास्त्री।

 

स्वतंत्रविचार 24 (रिपोर्ट :-- संदीप कुमार गुप्ता)

अपने आराध्य नारायण की सेवा के लिए महादेव ने 11वें रूद्र हनुमान जी का लिया अवतार  - स्वामी खीमानंद शास्त्री।

दुबहर, बलिया (स्वतंत्रविचार 24) क्षेत्र के संवरूबांध गांव में श्रीनिवास ओझा के आवास पर चल रहे शिव महापुराण कथा के नवम दिवस शनिवार को देहरादून उत्तराखंड से पधारे आचार्य सीमानंद शास्त्री ने  महादेव के एकादश अवतार का विस्तार से वर्णन किया. स्वामी खीमानंद शास्त्री ने कहा कि जब भगवान भोलेनाथ शंकर को अपने आराध्य देव नारायण की सेवा करने की इच्छा मन में हुई तो उन्होंने ग्यारहवें रुद्र हनुमान के रूप में अवतार लिया। श्री हनुमान के रूप में भोले शिव शंकर ने प्रभु श्रीराम का आजीवन सेवा किया. उन्होंने हनुमान जी के रूप में भगवान शंकर के विभिन्न स्थानों और विभिन्न अवसरों पर प्रभु रामचंद्र की सेवा का विस्तार से वर्णन किया। इस महापुराण कथा के आयोजन में स्वामी खीमानंद शास्त्री के साथ देहरादून से आए आचार्य संजय जोशी, आचार्य महेश उपाध्याय, आचार्य विनोद पाठक आदि सहयोगी संगीतमय शिव महापुराण कथा में सहयोग कर रहे हैं।