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गोंडवाना आदिवासी आन्दोलन धरना प्रदर्शन को भाकपा (माले) का समर्थन।

 

स्वतंत्रविचार 24 (रिपोर्ट :-- अहमद हुसैन उर्फ जमाल आलम)

गोंडवाना आदिवासी आन्दोलन धरना प्रदर्शन को भाकपा (माले) का समर्थन।

संवैधानिक अधिकार के साथ ही अवसर को भी छीन रही है भाजपा सरकार-माले।

बलिया। नगर पालिका परिषद, नगर निकाय, नगर पंचायत चुनाव 2022 में अनुसूचित जनजाति के लिये पूर्व की भांति इस बार भी वार्ड सदस्य/सभासद की सीटें आरक्षित करने की मांग को लेकर गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के द्वारा पिछले पॉच दिनों से चलाये जा रहे अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन को सोमवार 12 दिसम्बर को भाकपा (माले) के लोगों ने भी धरना दिया। धरना को सम्बोधित करते हुए भाकपा (माले) जिला कमेटी के सदस्य एवं शहर प्रभारी का0 लक्ष्मण यादव ने देश व प्रदेश की भाजपा सरकार पर आदिवासी जनजाति  विरोधी होने का आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार द्वारा प्रदेश के किसी भी जिले में वार्ड सदस्य/सभासद का एक भी सीट आरक्षित न कर उनके संवैधानिक  अधिकार के साथ ही उनको मिलने वाले अवसर को भी छीन रही है। पिछले 2017 के नगर निकाय चुनाव में सिर्फ बलिया जिले में ही सभासद के 7 सीटे अनुसूचित जनजाति (एसटी) के लिए आरक्षित रहीं है लेकिन 2022 के नगर निकाय चुनाव में भाजपा सरकार द्वारा जनजाति (एसटी) के लिए एक भी सीट आरक्षित न कर प्रदेश के आदिवासी जनजाति गांेड, खरवार सहित अन्य आदिवासियों के संवैधानिक अधिकार का दमन कर रही है। इसी क्रम में इंडीयन पीपुल्स सर्विसेज (आईपीएस) के राष्ट्रीय अध्यक्ष व गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के उत्तर प्रदेश प्रभारी अरविन्द गोंडवाना ने कहा कि सोनभद्र जिले में अनुसूचित जनजाति हेतु विधानसभा की दो सीटे आरक्षित है इसके बावजूद भी सोनभद्र में नगर पंचायत चुनाव में एक भी सीट आरक्षित न करना भाजपा सरकार की गणित समझ से परे है। आगे कहा कि केन्द्र व प्रदेश की भाजपा सरकार एक तरफ तो जनजाति गौरव दिवस मनाने का दिखावा करती है तो वही दूसरी तरफ आदिवासी जनजाति समुदाय के संवैधानिक मानवाधिकार का गला घोटने का काम कर रही है। आदिवासी अस्तीत्व को ही समाप्त करने पर तुली हुई है। अरविन्द गोंडवाना ने सम्बोधित करते हुए आम जनता का आह्वाहन करते हुए कहा कि ‘‘यदि हम सभी पीड़ितं संगठित हो जायं तो पीड़ित ही पावर बन जाते है। राष्ट्रव्यापी आन्दोलन के तहत भारत के मूल निवासी आदिवासी जनजाति समुदाय के प्राकृतिक व  संवैधानिक मानवाधिकार का दमन करने वाली भाजपा सरकार को बदलने के लिए न्याय पसंद संविधान का शासन लाने वाले क्रांतिकारी संगठनों के साथ एकताबद्ध होकर संगठित राष्ट्रव्यापी आन्दोलन छेड़ने की आवश्यकता है। कलेक्ट्रेट में गोंगपा द्वारा जा रहे अनिश्चितकालीन धरने पर बलिया नगर कोतवाल पहुॅचकर आगे से निर्धारित धरना स्थल मॉडल तहसील के समीप ही धरना दिये जाने की बात कहे। धरना प्रदर्शन में प्रमुख रूप से भाकपा (माले) नेता वशिष्ट राजभर, ग्रामप्रधान रामानन्द गोंड, मनोज शाह, मुन्ना प्रसाद, अशोक पाण्डेय, रमेश बिन्द, राजेश गोंड, एकमी देवी, विनय खरवार, बृजलाल प्रजापति, शाकिब, रजनीश शर्मा, रज्जब खॉ, राजकुमारी देवी, पार्वती देवी, विनय कनौजिया, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के जिलाध्यक्ष सुमेर गोंड, राजपाल खरवार, दुर्गविजय खरवार, प्रमोद गोंड, रामचन्दन गोंड, रामायन गोंड, विष्णु गोंड, ज्ञानेन्द्र गोंड, परशुराम खरवार रहे।