स्वतंत्रविचार 24 ( न्यूज़ डेस्क बलिया)
विभिन्न संगठनों, राजनीतिक दलों के लोगों ने नेता जी के कृतित्व और व्यक्तित्व पर डाला प्रकाश।
मऊ (उत्तर प्रदेश) समाजवादी पार्टी के निवर्तमान जिलाध्यक्ष दूधनाथ यादव की अध्यक्षता में शुक्रवार नगर के हिंदी भवन प्रांगण में धरतीपुत्र स्व. मुलायम सिंह यादव नेताजी की श्रद्धांजलि श्रद्धापूर्वक उनके चित्र पर पुष्प अर्पित करके मनाई गई। इस कार्यक्रम में विभिन्न संगठनों, राजनीतिक दलों के लोगों ने भाग लेकर उनके कृतित्व और व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि मुलायम सिंह यादव (जन्म : 22 नवम्बर 1939-निधन 10 अक्टूबर 2022) को हुआ था। वह भारत के एक राजनेता एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री थे। वे भारत के रक्षामंत्री भी रह चुके हैं। उनका राजनीतिक सफर की शुरुआत एक शिक्षक से हुई। इसके बाद उन्होंने कई राजनीतिक घटनाओं के बाद समाजवादी पार्टी बनायी थी और समाजवादी दिशा में अनेक कार्य कर पूरे देश को लाभान्वित किया।
मुलायम सिंह उत्तर भारत के बड़े समाजवादी और किसान नेता रहे हैं। एक साधारण किसान परिवार में जन्म लेने वाले मुलायम सिंह ने अपना राजनीतिक जीवन उत्तर प्रदेश में विधायक के रूप में शुरू किया। बहुत कम समय में ही उनका प्रभाव पूरे उत्तर प्रदेश में नज़र आने लगा। मुलायम सिंह ने उत्तर प्रदेश में अन्य पिछड़ा वर्ग समाज का सामाजिक स्तर को ऊपर करने में महत्वपूर्ण कार्य किया। सामाजिक चेतना के कारण उत्तर प्रदेश की राजनीति में अन्य पिछड़ा वर्ग का महत्वपूर्ण स्थान हैं। मुलायम सिंह यादव 1967 में पहली बार विधान सभा के सदस्य चुने गये और मन्त्री बने। 1992में उन्होंने समाजवादी पार्टी बनाई। वे तीन बार क्रमशः 5 दिसम्बर 1989 से 24 जनवरी 1991 तक, 5 दिसम्बर 1993 से 3 जून 1996 तक और 29 अगस्त 2003 से 11 मई 2007 तक उत्तर प्रदेश के मुख्य मन्त्री रहे। इसके अतिरिक्त वे केन्द्र सरकार में रक्षा मन्त्री भी रह चुके हैं। उत्तर प्रदेश में सामाजिक सद्भाव को बनाए रखने में मुलायम सिंह ने साहसिक योगदान किया। मुलायम सिंह की पहचान एक धर्मनिरपेक्ष नेता की है।
वक्ताओं ने कहा कि 1996 में मुलायम सिंह यादव ग्यारहवीं लोकसभा के लिए मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र से चुने गए थे और उस समय जो संयुक्त मोर्चा सरकार बनी थी, उसमें मुलायम सिंह भी शामिल थे और देश के रक्षामंत्री बने थे। यह सरकार बहुत लंबे समय तक नहीं चली। मुलायम सिंह यादव को प्रधानमंत्री बनाने की भी बात चली थी। प्रधानमंत्री पद की दौड़ में वे सबसे आगे खड़े थे, किंतु कुछ कारणों से वह पीएम नहीं बन पाए। श्रद्धांजलि सभा को मुख्य रूप से जिलाध्यक्ष दूधनाथ यादव, पूर्व मंत्री व विधायक दारा चौहान, विधायक राजेन्द्र कुमार, पूर्व विधायक सुधाकर सिंह, पूर्व जिलाध्यक्ष धर्मप्रकाश यादव, शैलेन्द्र यादव साधू, शिवप्रताप यादव मुन्ना, अल्ताफ अंसारी, नि वर्तमान ज़िला महासचिव कुद्दूस अंसारी, नगरपालिकाध्यक्ष तैयब पालकी, पूर्व नगरपालिकाध्यक्ष अरशद जमाल, भाजपा जिलाध्यक्ष प्रवीण गुप्ता, भाजपा के वरिष्ठ नेता मुन्ना दुबे, घोसी लोकसभा सांसद प्रतनिध गोपाल राय, कम्युनिस्ट पार्टी के डाक्टर अज़ीम खान,हाजी इरफान,कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष राष्ट्रकुँवर सिंह, जय प्रकाश यादव, सांसद प्रतिनिधि गोपाल राय, बैजनाथ पासवान, कामरेड शमसूल हक़, मोसाफिर यादव,समाजसेवी अरविंद मूर्ति, डॉ योगेंद्र यादव, डॉ जीएस चौहान,सुभासपा दीना नाथ यादव, भाजपा नेता उत्पल राय, पंकज उपाध्याय, डॉ. सीएच साहनी, दिनेश यादव गुड्डू, राधे श्याम मौर्य, विजय शंकर यादव, रामप्रताप यादव, नन्हकू राजभर आदि सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।
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