स्वतंत्रविचार 24 (रिपोर्ट :-- ओम प्रकाश वर्मा)
किसान गोष्ठी में बताए खेती के गुर।
नगरा (बलिया)। श्री नरहेजी नगर नरही में ईफको के तत्वावधान में बुधवार को आयोजित किसान सम्मेलन में खेती के विभिन्न तकनीक की चर्चा की गई। श्री नरहेजी फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड की तरफ से हुए किसान सम्मेलन को संबोधित करते हुए ईफको बलिया के क्षेत्रीय प्रबंधक अनुज कुमार शुक्ल ने कहा कि किसान अन्नदाता होने के साथ ही कृषि वैज्ञानिक भी है। अच्छी उपज के लिए फसलों को पोषक तत्व देना जरुरी है। मिट्टी की अच्छी सेहत के लिए 16 तत्वों की आवश्यकता होती है। उन्होने अगाह कि यदि हम नही संभले तो मिट्टी में पोषक तत्वों की कमी कई मुश्किलें खडी कर सकती हैं। कहा कि मिट्टी की जांच जरुरी है। ईफको की तरफ से निःशुल्क जांच की व्यवस्था है। क्षेत्रीय प्रबंधक ने कहा कि ईफको विश्व का सबसे बडा उर्वरक सहकारी संस्था है। इसमें 40 हजार सहकारिताएं इसके सदस्य हैं। यह संस्था किसानों के हित में कार्य कर रही है। ईफको एमसी के क्षेत्रीय प्रबंधक अमर प्रताप ने धान की फसलों में होने वाले रोगों के प्रति सजग करते हुए कहा कि कंडुआ रोग की कोई दवा नही है। यह रोग मिट्टी में ज्यादे नमी के कारण होता है। इस रोग से बचाव ही एक मात्र उपाय है। सहायक प्रबंधक जयकांत मौर्य ने किसानों को सुझाव दिया कि धान के पौधे की सिचाई दिन में न करें। धूप में सिचाई करने पर नर्सरी कमजोर हो जाती है। पौधा पीला हो जाता है। कहा कि फसलों की आवश्यकतानुसार ही उर्वरकों का प्रयोग करें। उन्होने झुलसा रोग पर नियंत्रण पाने का उपाय भी बताए। इस दौरान किसानों ने अधिकारियों से खेती से संबंधित अनेक प्रश्न भी पूछे। सर्व प्रथम नरहेजी फार्मर के निदेशक अखिलेंद्र प्रताप सिंह व अर्जुन गोपालन ने अतिथियों को पगडी भेंट की। सम्मेलन में चंद्रभूषण तिवारी, रामचंद्र सिंह , राजेश सिंह, रामजी सिंह, प्रदीप मिश्र, शब्बीर अंसारी आदि मौजूद रहे। अध्यक्षता दिनेश प्रताप व संचालन कृष्ण मोहन सिंह ने किया।
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