स्वतंत्रविचार 24 (रिपोर्ट :-- संदीप कुमार गुप्ता)
प्रकाश पर्व का त्यौहार दीपावली प्रेम और भाईचारे के साथ मनाना चाहिए - बबन विद्यार्थी।
दुबहड़ (बलिया)- पर्व-त्यौहार नव स्फूर्ति, नवचेतना, उमंग, स्नेह एवं आनंद का अनुभव कराते हैं। साथ ही मानवीय गुणों को स्थापित कर लोगों में प्रेम, भाईचारे एवं नैतिकता का संदेश प्रदान करते हैं। भारतीय पर्व-त्यौहार देश की एकता और अखंडता को मजबूत बनाते हैं। उक्त बातें सामाजिक चिंतक बब्बन विद्यार्थी ने शुक्रवार को अखार-नगवा ढाला स्थित मीडिया सेंटर के कार्यालय पर पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहीं।
कहा कि प्रकाश पर्व दीपावली का अपना धार्मिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक महत्व है। किंतु आज इस त्यौहार में कई प्रकार की बुराइयां भी समाहित हो गई है। इस त्योहार के नाम पर लोग अपनी हैसियत का प्रदर्शन करते हुए हजारों रुपए यूं ही पटाखे में उड़ा देते हैं। तेज आवाज में अत्यधिक पटाखे फोड़ना या जलाना जिस डाल पर बैठे हैं, उसी डाल को काटने जैसा है। हमें समझना होगा कि पटाखों की तेज आवाज से हृदय, अस्थमा एवं कमजोर मरीजों पर क्या गुजरती होगी ? कहा कि यह कितनी अज्ञानता एवं मूर्खता है कि जिस शुद्ध हवा में हम सांस लेते हैं, उसी को हम पटाखों के प्रदूषण से अशुद्ध भी करते हैं। जुआ खेलना इस त्यौहार की सबसे बड़ी बुराई है। यदि जुआ नहीं खेला जाए तथा पटाखे नहीं जलाए जाएं तो यह त्यौहार अंधकार पर प्रकाश की विजय के अपने संदेश को सार्थक करता नजर आएगा। आज इन बुराइयों को दूर कर इस त्यौहार के उद्देश्यों को सार्थक करने की आवश्यकता है। आइये! हम सब मिलकर प्रेम और भाईचारे के साथ दीपावली का त्यौहार मनायें।
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