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स्वास्थ्य केंद्रों पर सोमवार को मनाया जायेगा प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस।

 

स्वतंत्रविचार 24 (रिपोर्ट :--- अहमद हुसैन उर्फ जमाल आलम)

स्वास्थ्य केंद्रों पर सोमवार को मनाया जायेगा प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस।

- प्रसव पूर्व जांच के साथ परिवार नियोजन से जुड़ी जानकारी भी दी जायेगी।

-गर्भवती के साथ आने वाली महिलाओं की भी होगी काउंसलिंग।

बलिया
, हर माह की नौ तारीख को मनाए जाने वाले प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस को इस माह नौ तारीख को रविवार होने के कारण इसे अगले दिन सोमवार को जिले के बीस स्वास्थ्य केंद्रों पर मनाया जायेगा। यह जानकारी अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी/ परिवार कल्याण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ. सुधीर कुमार तिवारी  ने दी। 
डॉ तिवारी ने बताया कि इस अभियान के तहत गर्भवती को पंजीकृत कर समस्त आवश्यक जांच जैसे ब्लड प्रेशर, वजन, रक्त एवं पेशाब की जांच, मधुमेह की जांच, एचआईवी एवं सिफलिस की जांच की जायेगी। इसके साथ ही परिवार नियोजन सेवाओं के लिए  स्वास्थ्य केंद्रों पर काउंटर बनाकर परिवार नियोजन के बारे में परामर्श दिया जाएगा और साथ में आने वाली महिलाओं को जरूरत के मुताबिक़  सेवाएं उपलब्ध करायी जायेंगी । परिवार नियोजन कार्यक्रम को बढ़ावा देने के लिए गर्भवती  के साथ आने वाली महिलाओं को  परिवार नियोजन के साधनों को अपनाने के लिए प्रेरित भी किया जायेगा।
डॉ. तिवारी ने बताया कि प्रत्येक माह की नौ  तारीख को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस तथा 21 तारीख को खुशहाल परिवार दिवस का आयोजन किया जाता है।  खुशहाल परिवार दिवस और प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के कार्यक्रम में गर्भवती के साथ आने वाली अन्य महिला तीमारदार जो प्रजनन (रिप्रोडक्टिव) आयु वर्ग 15 से 49 वर्ष में हैं, को परिवार नियोजन के बारे में जानकारी दी जाती है। उनके द्वारा परिवार नियोजन का कोई प्रभावी उपाय का इस्तेमाल न करने की स्थिति में परिवार नियोजन के बास्केट और च्वॉइस संबंधी परामर्श प्रदान किया जाता है। ऐसी महिलाओं को आने वाली  21 तारीख को खुशहाल परिवार दिवस के लिए  रजिस्ट्रेशन किया जाता है ताकि उक्त दिवस को उन्हें परिवार नियोजन के साधन मुफ्त उपलब्ध कराए जा सकें।
परिवार नियोजन काउंसलिंग के लिए सामग्री, प्रशिक्षित सेवा प्रदाता की उपलब्धता तथा परिवार नियोजन की समस्त लॉजिस्टिक की उपलब्धता सुनिश्चित की  जाती है। इसके साथ ही हाई रिस्क प्रेगनेंसी यानि उच्च जोखिम गर्भावस्था वाली महिलाओं को चिन्हित किया जायेगा । इस अभियान के सहयोगात्मक पर्यवेक्षण किए जाने के लिए जनपद स्तरीय अधिकारियों द्वारा पर्यवेक्षण किया जायेगा।