स्वतंत्रविचार 24 (रिपोर्ट :-- संदीप कुमार गुप्ता)
श्री लक्ष्मीनारायण महायज्ञ की कलश जल यात्रा का मार्ग निर्धारित।
शामिल होंगे यूपी बिहार के हज़ारों भक्त श्रद्धालु।
दुबहर (बलिया)
- भारत के महान मनीषी संत श्री त्रिदंडी स्वामी जी महाराज के परम शिष्य लक्ष्मीप्रपन्न श्री जीयर स्वामी द्वारा किए जा रहे चतुर्मास व्रत सह लक्ष्मीनारायण महायज्ञ कलश जल यात्रा का शुभारंभ आगामी 4 अक्टूबर को 11:00 बजे दिन से प्रारंभ होगा। जिसका रूट यज्ञ समिति ने निर्धारित कर दिया है।जिसके क्रम में कलश यात्रा हाथी, ऊंट घोड़ा, कई प्रकार के बैंड बाजा के साथ यज्ञ स्थल से एनएच-31 शिवपुर दियर नई ब्यासी ढाला होते हुए अखार, नगवा, सवरू बांध- शिवराम पुर, उदयपुरा, सहरसपाली, काशीपुर, कदमचौराहा के बाद महर्षि भृगु मंदिर होते हुए रेलवे स्टेशन पर पहुंचेगी।
उसके बाद बिशुनी पुर चौराहा होते हुए कलश जल यात्रा ओक्डेनगंज पुलिस चौकी से शहीद पार्क चौक होते हुए चमन सिंह बाग रोड से शनिचरी मंदिर से घनश्याम नगर रोड होते हुए रिंग बांध पकड़ कर मिश्र नेवरी, जमुआ, तिवारी छपरा, टेकार, ओझा डेरा, माधव मठ , बंधुचक, नगवा होते हुए जनाड़ी चौराहा से दाहिने तरफ होते हुए जनेश्वर मिश्र गंगा सेतु के पूरब ब्यासी घाट पर मोक्षदायिनी मां गंगा के पावन तट पर वैदिक मंत्रोचार द्वारा मां गंगा का विधिवत पूजन व आरती के बाद श्री लक्ष्मीनारायण महायज्ञ की जल भरी होगी। जल भरी के उपरांत सभी भक्तजन श्रद्धालु यज्ञ स्थल के लिए प्रस्थान करेंगे। इस बीच जगह-जगह कलश यात्रियों के लिए रास्ते में स्वयंसेवी संस्थाओं ने पेयजल की व्यवस्था भी किए हैं। कलश जल यात्रा को देखने के लिए भी हजारों-हजार की भीड़ जुटने की संभावना व्यक्त की जा रही है। जिसे लेकर पहले से ही प्रशासनिक अमला एवं पुलिस विभाग अलर्ट मोड पर है।
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