Ad Code

Responsive Advertisement

भ्रष्टाचार व धोखाधड़ी तथा किसानों के प्रति उनकी गैर जिम्मेदाराना रवैया से जुड़े साक्ष्य उपलब्ध कराया।

 


चिलकहर (बलिया) अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत के जिलाध्यक्ष अनूप सिंह ने आज आरएफसी आजमगढ़ से मिलकर चिलकहर एसएमआई वीरेंद्र सिंह के भ्रष्टाचार व धोखाधड़ी तथा किसानों के प्रति उनकी गैर जिम्मेदाराना रवैया से जुड़े साक्ष्य उपलब्ध कराया। किस प्रकार से अपने चहेतो मिलरो के पास किसानों का धान भेज कर  मनमाना कटौती  किसी का 9 से 10% कहीं-कहीं तो 22% भी कटौती कराना और सबसे पीड़ादायक है

 कि  सरकार चाहती है कि किसानों की आय दोगुनी हो परन्तु वहीं इनके द्वारा मिलों से मिलकर किसानों घटतौली कर शोषण करना मिलरो को लाभ पहुंचाने के बदले मिलरो से पुरस्कार स्वरूप हर साल नए वाहनों की व्यवस्था तथा अपनी आय 10 गुनी कर रहे है।निरिक्षण करने आये आरएफसी आज़मगढ़ ने काम करने वाले मजदूरों नाम पूछा उनका नाम लिखा है और जबकि दूसरे का हाजिरी लगाकर अंगूठा लगाया पाया इसपर वीरेंद्र सिंह ने कहा कि  ये लोग मानव संसाधन के हैं और मजदूरों के दिक्कत होने पर इस प्रकार से भी लोगों का वहां काम लिया जा रहा है इनके घटतौली व रजिस्टर में हेरा फेरी की जांच करने पर आरएफसी महोदय ने पाया कि मजदूरों की हाजिरी भी नहीं लगी है तथा मजदूर जिनको  बताते हैं

 कि अंगूठा है इनके पास हस्ताक्षर करने की क्षमता नहीं है उनका अंगूठा भी नहीं लगा पा रहे हैं साफ स्पष्ट हो रहा था कि फर्जी रूप से इनका कार्य चल रहा है। सबसे पिड़ादायी तो सड़क के किनारे ट्रैक्टरों का लगा होना और उनके ऊपर तृपाल का लगा होना कई हफ्ता से ट्रैक्टरों का रुकना किसानों के शोषण को साफ दर्शाता है वही हर रोज जो 600 कुन्टल धान तौल का मानक है जबकि इनका रजिस्टर खानापूर्ति करके अपने चहेतो धान उठाते हैं। किसानों का शोषण घाटोली और किसानों के प्रति खराब व्यवहार जगजाहिर है।

 अनूप सिंह ने कहा कि सरकार चाहती है सरलता से किसानों की आय दोगुनी की जाए हमारे देश के अन्नदाताओं को इस पूस की रात में पछुआ जहां झकझोर रहा है ठंड भरी हुई है हफ्ता दिनों से रोके और पीछे के दरवाजे से  अन्य अपने लोगों का वजन कराके अंगूठा लगवा कर अन्य किसानों खड़ा करना इनका शोषण करना बंद नहीं हुआ को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा आरएफसी आजमगढ़ में विरेद्र सिंह को आदेश दिया तत्काल इनका वजन करा के किसानों को राहत प्रदान किया जाए और सरकार की मंशा के अनुसार काम हो। फिर भी यहां के नजारे को देख के नहीं लगता इनसे भ्रष्टाचार मय सम्राज्य से किसानों को राहत मिलेगी।



रिपोर्ट :-- आशुतोष कुमार पांडेय